Dard bhari shayari, इसकी सजा अब हमे मिलेगी। ये सांसे अब रोक जाएगी। ये रास्ता भूल बैठी हे। इसकी सजा अब हमे मिलेगी। ये इश्क कर बैठी हे। 💓💕💖💗 Dard bhari shayari
Dard bhari shayari, इसकी सजा अब हमे मिलेगी। ये सांसे अब रोक जाएगी। ये रास्ता भूल बैठी हे। इसकी सजा अब हमे मिलेगी। ये इश्क कर बैठी हे। 💓💕💖💗 Dard bhari shayari
Dard bhari shayari, वो कुछ आवारा ही थे। वो कुछ आवारा ही थे। जो तुम्हारे पीछे आए थे। हम खुद को सरिफ कैसे कहे। हमने भी तुम्हारी गली के काफी चक्कर लगाए थे। 💓💓💔 dard bhari shayari
Dard bhari shayari,कोई मुझे गिरफ्तर करवा दो। मैंने इश्क़ कर, खुद का कत्ल किया हे। कोई मुझे गिरफ्तर करवा दो। 💔💓😑 dard bhari shayari
Dard bhari shayari, किरायदार कहके। उसने हमें दिल में जगह भी दी। किरायदार कहके। 💓💖💗 Dard bhari shayari
Dard bhari shayari, मोहब्त तो हम कर आए। अगर नफ़रत बांट रहे हो तो हमें दें दो। मोहब्त तो हम कर आए। 😆💔💕💖 dard bhari shayari
Dard bhari shayari,ये कटे पखों सी जिंदगी। ये कटे पखों सी जिंदगी। और लुढ़कती हुई सांसे। न थम रही हे और न ही जीने दे रही हे। 💓💔😒😐 Dard bhari shayari
Dard bhari shayari, हमने बरसो से सभाल के रखीं हे। कहि तुम्हें खुद की याद आए तो हमारी आँखे देख लेना। हमने बरसो से सभाल के रखीं हे। 💔💓😐 dard bhari shayari
Dard bhari shayari, ये किसी मोहब्त हुई थी हमें। ये कैसी मोहब्त हुई थी हमें। आग लगी ही थी कि बारिश आ गई। 😉💔💖
Dard bhari shayari, हम आगे ही मीलो चल के आए हे। हमे इश्क का सफ़र फिर न बताओ। हम आगे ही मीलो चल के आए हे। dard bhari shayari
Dard bhari shayari, अब जीने में वो बात नहीं हे। अब जीने में वो बात नहीं हे। में पत्तों सा बिखर गया हूँ। लिख रहा हो उसकी सारी बातें। अब में भूलने लग गया हूँ । 💔💓😉😊 dard bhari shayari
Dard bhari shayari, इतनी जान नहीं होती। शायर के शब्दो में इतनी जान नहीं होती। अगर आशकी में गम न होता। 💔💕😓 dard bhari shayari
Dard bhari shayari, हमे अभी समझ आ रही हे। बातो ही बातो में वो बिन बताय सारी बातें बता गई। कमबख्त हमे अभी समझ आ रही हे। 😉💔💓 dard bhari shayari
Dard bhari shayari, मेरे जनाजे के साथियो। मेरे जनाजे के साथियो। उसके खत मेरे साथ जला देना। कहि मेरे मरने का इंजाम उस पर न आ जाए। 💕💔 dard bhari shayari
Dard bhari shayari, बरसो से मल्हम लगा रहा हो। अगर वक्त के साथ घांव भरते । तो कोई मेरे भर दो। में बरसो से मल्हम लगा रहा हो। 💕💓😊 dard bhari shayari
Dard bhari shayari, lal sihae se bhar gai किसी ने कहाँ की तुम अपने ज़ख्म, लाल सिहाई से लिख दो। कमबख्त पूरी डायरी ही लाल सिहाई से भर गई। 💕💔💓 dard bhari shayari
DARD BHARI SHAYARI,USNE YU GR BNAYA उसने हमारे दिल में यु घर बनाया। कि फिर कोई किरायदार भी न आया। 💕💖 DARD BHARI SHAYARI
अगर दर्द बयान करने के लिए जुबान ही काफी होती। तो शराब यु न बिकती। 😒💔💕💗
कभी ध्यान लगाओ और खुद के अंदर झाँको सब सुनाई और दिखाई देता हे।
अगर पत्थर ऐसे पिघल जाते तो। भगवान के आगे इतने सर नहीं झुखते ।
तु आवाज इतनी मत कर। मुझे सुनाई देता हे । तुने जो किस्से किये किसी और के साथ। हाथ मत पकड़ मेरा ,मुझे सब दिखाई देता हे। 😒😑💝
SAD SHAYARI बड़ी मुश्किल से सभले थे हम। कि कमबख्त रस्ते पर वो मिल गई। 😔😓😓😓
ये ऊंची ऊंची सपनों की इमारतें। सीढ़ीयो से चढ़ते चढ़ते कहीं वक्त के साथ गिर न जाए।
में हारा नहीं हो खुद से। में अभी लड़ रहा हूँ । दिखा के मेरी ताकत। में अपनी किस्मत को हरा रहा हूँ। ☝☝👌
लगा के हुसन का गुलदस्ता। तू खुद को डालियो में बाट रही हे। फैला के इत्र सी खुशबु। वो हर किसी को अपने पास बुला रही हे। 💔💔😔😔😒😑
हमे उससे इश्क हे। कोई हमे उसकी बात बता दो। कुल्ड़र पर लगा के उसके होठ । हमे उसकी होठ की चाय पीला दो। 💔💖😇😐
कोई हमारी आँखें देख ,हमे शराबी कहता हे। कोई लगा के हमारे जख्मो पे नमक हमे आशिक कहता हे। बैठा देख जलती हुई लाशों के किनारे ,हर कोई हमे वहाँ का नया किरायदार कहता हे। 💔💕💖
ठिकाने बदलते हे बंजारो के। इश्क छोड़ आते हे बादल समुद्रों से। कही ठहर जाए तो आखे नम कर देते हे। आशिको को इश्क नहला देता हे गमो से। 💔💕😐😒😌
लुटा के जिंदगी ,लुटा के हौसले । किया बचा के ,सिवाए बिखरे के फैसले। लम्बी जिंदगी ,लम्बी जुदाई। और आख़िरकार तन्हाई से फिसले। 💕💔😆😆😆
हमे दुस्मनों से इश्क हे। ये हमे बताया गया हे। कोई बतादे उन्हें ,कमबख्त देखा के हुसन। हमे तो फसाया गया हे। 💔💂💝😇
मुर्दा लावारिसों के ढेर में मुझे भी दफना दो। मिटटी न मिले तो मिले तो खुला ही छोड़ दो। ऐसा कोई काम करो की यहा कोई आ न पाए। दिखा के मेरे इश्क के जख्मो को खुदा को भी रोला दो। 💔💓💓💓💝😌😊
डर डर के जी रहे हो किसी के गुलाम हो। खुला पड़ा हे जहान ,कहीं भी उड़ जाओ। तुम्हारे बहानो का जहान ,तुम खंडर बना देगा। एक एक कर तुम्हारे सारे सपने गिरा देगा। अगर अभी भी तुम नी सभले तो। मरते वक्त हर कोई तुम बातो बातो में भुला देगा। 👉👍😔
आँखो के आगे धुंधलापन हो गया हे। अकेले अकेले रह कर अब हमे भी खुद से इश्क हो गया हे। कभी हम भी किसी के इंतजार में घंटो बैठे रह ते थे। उसने कहा था मेरी शादी हे ,अब उस बात को भी कभी वक्त हो गया हे। 😉😉💔💔💔
ये बिन मौसम आंसुओ की किसी बरसात हे। आँखो के समंदर भी सोख गए हे। मेरी रूह मुझे से दुर जा रही हे। कोई रोको उसे। कमबख्त को भी उसके घर का पता जानती हे। 💓😆💝💔💕
ये परिंदे अब उड़ नहीं पायगे। ये मोहब्त में पख़ कटा के बैठे हे। अगर खुदा न खस्ता उड़ भी गए तो। फिर कटा आ जाए गए। 💔😅 💕💔
तलाशी कर मेरे दिल की। कतरे कतरे में तो मिलेंगी। सबनम से भरे मेरे होठ। चबाके हर रस में तो मिलेंगी। 💕💕💖💔
झूठे वादों और झूटी कास्मो से हमे दिल लगी हो गई हे। रो रो के आँखे पिघली हुई बर्फ हो गई हे। अब वो रहती हे किसी और के साथ। क्या क्या करती होगी ,सोच सोच के। हमे शराब पीने की आदत हो गई हे। 😰💓
तेरे इश्क को हमने फूल समझा पर वो तो काटा निकला। तेरे बातो को हमने मोती समझा पर वो तो पत्थर निकला। तेरी गली के चक्र काट काट के तुझे पटाया था। पर तेरी गली को धोखेबाजो का ठिकाना निकला 👳😁😃
आराम के के थक गया हो। थोड़ा काम दे दो। मोहब्त में हमे भी धोका मिला था। उसका इनाम दे दो। आंसू मेरे भी गिरे थे अब उसकी बारी हे। उसे कोई रुमाल दे दो। 👩😀😂😂
तेरी अदालत में हम तेरे मुजरिम थे। गवाहों से किया सुन रही थी। आँखे मिला के फैसला करती। जुखा के सर कौनसा रिहा कर रही थी। लिख देती सजाए मौत। कोनसी तुम्हारे हाथो में नदी बेह रही थी। 💔💔
जिंदगी की नई शुरुआत करेंगे। लोट के आना इश्क करेंगे। अगर ख़ुदा ने न चाहा और तेरे याद आई तो। खुदा से पलट के बात करेंगे। 💘😇
परिंदो को कुछ नही दिख रहा हे। ये कैसा अंधेरा हे। ये आशिको की बस्ती हे। यह हर किसी का दिल टूट रहा हे।
ये कैसा दीवानापन हे। लगता हे आंसुओ का समंदर हे। बिन बताए ही खुद से लड़ रहे हे। ये कैसी बिन हथियारों की जग हे।
कोई चुरा के जख्म मेरे रिहा न कर दे। छिपी हे यादे उस की। किसी को घायल न कर दे। Check out Me on Instagram
कोई तुम्हारी तारीफ कर रहा हे या देखा के तुम्हारे जख्मो को नगा कर रहा हे। यु तुमने फैला रखें के पनो के ढेर। लगा के पैर तुम हर कोई बदनाम कर रहा हे।
देखा के हुशन सब को पागल कर रही हे। ये लड़की अपना कारोबार चला रही हे। न चाहते हुए भी यहाँ बहुत से आ बैठे हे। ये जिस्म का कतरा कतरा कर सब बाट रही हे।
बदलो के पीछे तारे छिप रहे थे। फूलो से भवरे, खुशबु बिखेर रहे थे। हम उस बस्तीय से किया गुजरे। दिन में भी खिड़की के पीछे चाँद छिप रहे थे।
रुलाके हमे आसूओ से तरबत्तर कर दिया। भीगा हुआ बदन देख हमे अनदेखा कर दिया। न जाने किया गलती हुई थी हम से। जो हमे खुद को खुद से बेदखल कर किया।
में पेड़ से पत्तियां नहीं तोडूंगा। में अब तेरी गली से नहीं गुजरूँगा। तेरी घर की खिड़की खुली भी हुई तो। में तेरी खिड़की में नहीं जाखोगा।
ये कैसा धुँआ हे कुछ जला हे किया। बिना मासिस के जला हे कोई जादू हे किया। हम सुबह से बैठे हे तेरे दर पे। पिसे भी कोई दरवाजा हे किया।
ये सूखे पानी की कश्ती हे। यहां हवाए भी किसी की दीवानी हे। लहरे उठती हे किसी को सुमने के लिए। ये आशिको की बस्ती हे।
अब तेरे मेरे बीच की दीवार कमजोर हो गई हे। तेरे कॉल के इतजार अब शाम हो गई हे। अब में ये घर भी नहीं बदल सकता। मेरी आखो को सामने की खिड़की की आदत हो गए हे।
तेरे मुलाकात मुझसे हे ,तू कहा देख रही हे। चाय का कप भरा हुआ हे,चाय ठंडी हो रही हे। बाल छोटे कर दिये ,बिंदी आज भी लगाई हे। देख तेरी चाय में मखी गिर रही हे।
तेरे हाथो पर अब वो रग कहा हे। तेरे बातो में अब बात कहा हे। युही पने पलट रहे थे हम। अब उसके पास खत लिखने का वक्त कहा हे।
लकड़ी से वो लोहा काटता था। सुबह सुबह वो गालिया देता था। वो मेरा दोस्त ही था। जो मुझे सिगरेट सीखा के खुद चाय पीता था।
ये जिंदगी अब तुमे मुबारक । अब हम से ये नाटक न हो पायगा। हाथ तुम किसी और का पकड़ो। अब हम से ये थोड़ीना देखा जायगा।